Lyrics
अगले गाने की फरमाइश
बिल्लू मुन्नी शूमस की
रामपुर मेरठ और इटावा से
संगीत है सोएल सेन का
बोल है डॉक्टर इरशाद कामिल के
पेश करते है
हर आशिक के दिल को
कुरेदने वाला गाना
कैसा यह इस्क़ है
अजब सा रिस्क है
कोई बोले दरिया है कैसा कैसा है इस्क
कोई माने सेहरा है कैसा कैसा है इस्क
कोई बोले दरिया है कैसा कैसा है इस्क
कोई माने सेहरा है कैसा कैसा है इस्क
कोई सोने सा तोले रे कोई माटी सा बोले रे
कोई बोले के चांदी का है छुरा
होता ऐसे ये मौके पे रोका जाए ना रोके से
अच्छा होता है होता है ये बुरा
कैसा ये इस्क है अजब सा रिस्क है
कैसा ये इस्क है अजब सा रिस्क है
अजब सा रिस्क है
कैसा इस्क है
कैसा इस्क है
कैसा इस्क है
मुस्किलों में ये डाले जो भी चाहे करा ले
बदले ये दिलों के फैसले
मन का मौजी इस्क तो जी
अलबेली सी राहों पे ले चले
मुस्किलों में ये डाले जो भी चाहे करा ले
बदले ये दिलों के फैसले
मन का मौजी इस्क तो जी
अलबेली सी राहों पे ले चले
कोई पीछे ना आगे है फिर भी जाने क्यों भागे है
मारा इस्क का इस्क का दिल मेरा दिल मेरा
इसके उसके ये हिस्से में तेरे मेरे ये किस्से में
मौला सीखे बिन सीखे बिन दे सिखा
कैसा ये इस्क है अजब सा रिस्क है
कैसा ये इस्क है अजब सा रिस्क है
ग ग ग ग मग
ग ग ग ग मग
ग ग ग ग मग रे स रे सारे
नैना लागे तो जागे बिना डोरी या धागे
बंधते हैं दो नैना ख्वाब से
ना अता हो ना पता हो
कोरे नैनों में कोई आ बसे
नैना लागे तो जागे बिना डोरी या धागे
बंधते हैं दो नैना ख्वाब से
ना अता हो ना पता हो
कोरे नैनों में कोई आ बसे
इसका उसका ना इसका है जाने कितना है किसका है
कैसी भासा में भासा में है लिखा इष्क ये
इसके उसके ये हिस्से में तेरे मेरे ये किस्से में
मौला सीखे बिन सीखे बिन दे सिखा
कैसा ये इस्क है अजब सा रिस्क है( इस्क है)
कैसा ये इस्क है अजब सा रिस्क है
IRSHAD KAMIL, SOHAIL SEN
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