Lyrics
सुनिए तो
रुकिये तो
क्यूँ है खफा
अर्रे कहिए तो
ऐसी क्या जल्दी जाने की (ओ ओ ओ)
दीवाना हूँ माना
सुनिए दीवाने की
सुनिए तो
रुकिये तो
क्यूँ है खफा
अर्रे कहिए तो
ऐसी क्या जल्दी जाने की (ओ ओ ओ)
दीवाना हूँ माना
सुनिए दीवाने की
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
यह शाम का दिलकश मंज़र
यह साहिल और समंदर
कहते है आप ना जायें
हम पर यह करम फरमायें
यह शाम का दिलकश मंज़र
यह साहिल और समंदर
कहते है आप ना जायें
हम पर यह करम फरमायें
सुनिए तो
कहती है बलखाती लहरें (ओ ओ ओ)
आप ज़रा कुछ देर तो ठहरें (ओ ओ ओ)
सुनिए तो
रुकिये तो
क्यूँ है खफा
अर्रे कहिए तो
ऐसी क्या जल्दी जाने की (ओ ओ ओ)
दीवाना हूँ माना
सुनिए दीवाने की
इठलाती शोक हवायें
भीगी रंगीन फ़िज़ायें
जो आपको देखे जायें
तो सीखे और अदयें
इठलाती शोक हवायें
भीगी रंगीन फ़िज़ायें
जो आपको देखे जायें
तो सीखे और अदयें
सुनिए तो
यह ज़ूलफें जो देखे बादल (ओ ओ ओ)
सारे बरस बरसे वो पागल (ओ ओ ओ)
सुनिए तो
रुकिये तो
क्यूँ है खफा
अर्रे कहिए तो
ऐसी क्या जल्दी जाने की (ओ ओ ओ)
दीवाना हूँ माना
सुनिए दीवाने की
हे सुनिए तो
रुकिये तो
क्यूँ है खफा
अर्रे कहिए तो
ऐसी क्या जल्दी जाने की (ओ ओ ओ)
दीवाना हूँ माना
सुनिए दीवाने की
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
JAVED AKHTAR, LALIT PANDIT, PANDIT JATIN
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