झटक कर ज़ुल्फ़ जब तुम तौलिए से बारिशें आज़ाद करती हो
अच्छा लगता है
हिला कर होंठ जब भी हौले हौले गुफ़्तगु को साज़ करती हो
अच्छा लगता है
हो खुशबू से बहलाओ ना सीधे पॉइंट पे आओ ना
आँख में आँखे डाल के कह दो ख़्वाबो में बहलाओ ना
ज़रा शार्ट में बतलाओ ना
सीधे पॉइंट पे आओ ना
सीधे पॉइंट पे आओ ना
लालललला लालललला
लालललला लालललला
अलग एहसास होता है तुम्हारे पास होने का
सरकती सरसराहट की नदी में रेशमी लम्हें भिगोने का
ज़रा सा मोड़ कर गर्दन जब अपनी ही अदा पे नाज़ करती हो
अच्छा लगता है
ओहोहो लफ़्ज़ों से बहलाओ ना झूठी मूठी बहकाओ ना
हाथों को हाथों में लेके वो तीन शब्द टपकाओ ना
ज़रा शार्ट में बतलाओ ना
सीधे पॉइंट पे आओ ना
सीधे पॉइंट पे आओ ना
वो तेरे ध्यान की खुशबू
मैं सर तक ओढ़ लेता हूँ
भटकती साँस को तेरी गली में गुनगुनाने छोड़ देता हूँ
तुम अपनी खिड़कियों को खोल कर जब भी नए आगाज़ करती हो
अच्छा लगता है
ओहोहो गली गली गली गली गली गली भटकाओ ना
घड़ी घड़ी उलझाओ ना
सेंटी हो मैं जान गई हूँ एक्शन भी दिखलाओ ना
ज़रा शार्ट में बतलाओ ना
सीधे पॉइंट पे आओ ना
सीधे पॉइंट पे आओ ना
हो सीधे हो सीधे
हो सीधे पॉइंट पे आओ ना
लालललला लालललला
लालललला लालललला
ALOYIUS PETER MENDONSA, EHSAAN NOORANI, JOSHI PRASOON, SHANKAR MAHADEVAN