जो बीच बज़रिया आ आ आ आ आ आ
जो बीच बज़रिया तूने मेरी पकड़ी बैयाँ मैं सबको बोल दूँगी
जब रात मा कोई ना जागे आइयो सैयाँ मैं खिड़की खोल दूँगी
जो बीच बज़रिया तूने मेरी पकड़ी बैयाँ मैं सबको बोल दूँगी
जब रात मा कोई ना जागे आइयो सैयाँ मैं खिड़की खोल दूँगी
झूलने का झूला साजन तुझ मैं झूलाऊँगी
कलियों की सेज पे मैं तुझको सुलाऊँगी
झूलने का झूला साजन तुझ मैं झूलाऊँगी
कलियों की सेज पे मैं तुझको सुलाऊँगी
अपने होठों का आ आ आ आ आ आ
अपने होठों का रस तेरे होठों पे राजा कसम से घोल दूँगी
अपने होठों का रस तेरे होठों पे राजा कसम से घोल दूँगी
जब रात मा कोई ना जागे आइयो सैयाँ मैं खिड़की खोल दूँगी