आ आ आ हां ए ए ना
Raftaar Manj Musik Nindy Kaur
Sunny Brown, Big Dhillon
Jashan Singh!
कुझ नि मंगड़ा दर तों तेरे
सब दी झोली खुशियाँ पा दे
ना कोई रोवे ना कोई तडपे
सब दे घर तू फेरा पा दे
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
हाँ
जब लिया था जनम
मुझसे पहले पूछा ना किसी ने कौन सा लेगा धरम
किया मैने वो जो सीखा मैने जीने का तरीका मेरा लिखता रहा मेरा करम
मेरे लिए सब एक हैं (अल्लाह वे)
लालच हटा दोगे तो बंदे सारे नेक है (मौला वे)
मुझे मुल्क का नाम बताया किताब ने
और बाँटा था बाप ने
यहाँ मेरा भाई, वहाँ भी मेरा भाई (अल्लाह वे)
वहाँ भी मेरी मा जैसी होगी कोई माई
पतली सी कातों की तारो ने करा है अलग(मौला वे)
अब वो भी नही जिन्होने लक़ीरें थी बनाई
करूँ मिन्नत मौला तेरे दर्र पे
तू उनको संभाल जो खड़े सरहद पे
जो लदे मिट्टी के लिए मिट्टी में मिले
और मिलने चले कुदरत से लेट’स गो!
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
कर देने प्यार बथेरे (आ हां)
फिर क्यों दुखान ने घेरे (आ हां)
ला के दिल भूल जंदे ने (आ हां)
रहान विच रूल जंदे ने
कैसी एह बेपरवाही (आ हां)
क्यों नही वे तोड़ निबह्ी (आ हां)
सचे दिलों प्यार जे कर लाए (आ हां)
मौला नू यार जे मन लाई
कुझ नि लभना यार भुला के
इश्क़ दी कश्ती पार लगा दे
रब ने आख़िर मॅन जाना आए
इक वारी तां यार माना वे
लेट’स गो
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
अल्लाह वे
क्या रखा है ज़ुबान में (मौला वे)
कुछ रखा नही नाम में (अल्लाह वे)
कुछ साथ में राम के
कुछ साथ क़ुरान के
एक जान एक जान की जान लेता जान के
बिना जान पहचान के
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
अल्लाह वे.. (अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे)
मौला वे (एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे)
अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे
एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे (अल्लाह वे)
(मौला वे)अव्वल अल्लाह नूवर उपाया कुदरत के सब बंदे
एक नूर के सब जाग उपजिया कौन भले कोन मंडे (अल्लाह वे)
मौला वे