Lyrics
ख़ामोशियाँ आवाज़ हैं
तुम सुनने तो आओ कभी
छूकर तुम्हें खिल जाएँगी
घर इनको बुलाओ कभी
बेक़रार हैं बात करने को
कहने दो इनको ज़रा
ख़ामोशियाँ, तेरी-मेरी ख़ामोशियाँ
ख़ामोशियाँ, लिपटी हुईं ख़ामोशियाँ
क्या उस गली में कभी तेरा जाना हुआ
जहाँ से ज़माने को गुज़रे ज़माना हुआ?
मेरा समय तो वहीं पे है ठहरा हुआ
बताऊँ तुम्हें क्या मेरे साथ क्या-क्या हुआ
Mmm, ख़ामोशियाँ एक साज़ है
तुम धुन कोई लाओ ज़रा
ख़ामोशियाँ अल्फ़ाज़ हैं
कभी आ, गुनगुना ले ज़रा
बेक़रार हैं बात करने को
कहने दो इनको ज़रा
ख़ामोशियाँ, तेरी-मेरी ख़ामोशियाँ
ख़ामोशियाँ, लिपटी हुईं ख़ामोशियाँ
ख़ामोशियाँ, तेरी-मेरी ख़ामोशियाँ
ख़ामोशियाँ, लिपटी हुईं ख़ामोशियाँ
JEET GANNGULI, RASHMI SINGH
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