Lyrics
उसने कहा, तू कौन है
मैंने कहा, उल्फ़त तेरी
उसने कहा, तू कौन है
मैंने कहा, उल्फ़त तेरी
उसने कहा, तकता है क्या
मैंने कहा, सूरत तेरी
उसने कहा, चाहता है क्या
उसने कहा, चाहता है क्या
मैंने कहा, चाहत तेरी
मैंने कहा, समझा नहीं
उसने कहा क़िस्मत तेरी
एक हमें आपकी लड़ाई मार गई
दूसरी ये यार की जुदाई मार गई
तीसरी हमेशा की तन्हाई मार गई
चौथी ये ख़ुदा की ख़ुदाई मार गई
बाक़ी कुछ बचा, तो महँगाई मार गई
महँगाई मार गई
बाक़ी कुछ बचा, तो महँगाई मार गई
महँगाई मार गई
एक हमें आपकी लड़ाई मार गई
दूसरी ये यार की जुदाई मार गई
तीसरी हमेशा की तन्हाई मार गई
चौथी ये ख़ुदा की ख़ुदाई मार गई
बाक़ी कुछ बचा, तो महँगाई मार गई
महँगाई मार गई
बाक़ी कुछ बचा, तो महँगाई मार गई
महँगाई मार गई
ओ ओ ओ ओ ओ
तबियत ठीक थी
और दिल भी
तबियत ठीक थी हाँ तबियत ठीक थी
तबियत ठीक थी हाँ हाँ तबियत ठीक थी
और दिल भी हां हां दिल भी आ जी दिल भी
बेक़रार न था
तबियत ठीक थी
और दिल भी बेक़रार न था
हम्म ये तब की बात है, हाँ हाँ बात है
ये तब की ये तब की हाँ हाँ
तबियत ठीक थी
और दिल भी बेक़रार न था
ये तब की बात है जब किसी से प्यार न था
जबसे प्रीत सपनों में समाई, मार गई
मन के मीत, दर्द की गहराई मार गई
नैनों से ये नैनों की सगाई मार गई
सोच-सोच में जो सोच आई, मार गई
बाक़ी कुछ बचा तो महँगाई मार गई (महँगाई मार गई)
Laxmikant Pyarelal, Varma Malik
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