Lyrics
नज़र का वार था
दिल की तड़प ने छोल दी
चली थी बरछी किसी पर
किसी को आन लगी
हो नजरिया की मारी है हाय
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
कोई ज़रा जा के बैध बुलाओ
कोई ज़रा जा के बैध बुलाओ
आके धरे मोरि नारी
हाए राम आके
धरे मोरि नारी
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
नजरिया की मारी
मरी मोरी गुइयाँ
Naushad, Traditional
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