Lyrics
ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ
जैसे घड़ी के घिरा से ये ये
वक़्त कहीं पे घिरा हो
जैसे रोशनी सुबह से ये ये
हो जाए जूडा
जैसे गाने और नज़म से ये ये
सुर कोई चुराले
वैसे आधा अधूरा में तेरे बिना
जब मिला तू रु तू रु तू रु तू रु तू ओ ओ
ना थी कमी ना जूसतजू रु तू रु तू ओ ओ
और आधे आधे पल हुए फिर पुर यूँ ओ ओ
जब मिला तू रु तू ऋतु रु तू रु तू ओ ओ
खाली जो रात हो
मैं ख्वाबों चाँद तारों से वो पूरी भर दू
तेरी जो बात हो
मैं बिन कहे ही आधी पौनी पूरी कर दू
जो आशे से हम हैं वो पुर हो तुमसे
न जाने ये सोदा भी कब कर दिया
अधूरे से किससे बराबर के हिस्से
तू दिल में तो में दुआ
जब मिला तू रु तू रु तू ओ ओ
ना कमी ना जूसतजू रु तू रु तू ओ ओ
और आधे आधे पल हुए फिर पुर यूँ ओ ओ
जब मिला तू रु तू रु तू रु तुरू तू ओ ओ
कल तू जो खोई हो तो गुमशुदा
यह ज़िंदगी बसर कर दू
मंज़िल जो सोई हो तो कवाब सारे
तेरे ही नज़र कर दू
तो आधे से दिल को जो लाएगी भी तो
मैं सौ ख्वाईशो से ही भर दूंगा करे ना यह तू तू
अभी के अभी तू तो आगे आये ना
जब मिला तू रु तू रु तू रु तू रु तू ओ ओ
ना थी कमी ना जूसतजू रु तू रु तू ओ ओ
आधे आहदे पल हुए फिर पुर यूँ ओ ओ
जब मिला तू रु तू रु तू रु तू ओ ओ
जैसे घड़ी के घिरा से वक़्त कहीं पे घिरा हो
जैसे रोशनी सुबह से हो जाए जूडा
जैसे गाने और नज़म से सुर कोई चुराले
वैसे आधा अधूरा में तेरे बिना
जब मिला तू रु तू रु तू रु तू रु तू ओ ओ
ना थी कमी ना जूसतजू रु तू रु तू.ओ ओ
और आधे आधे पल हुए फिर पुर यूँ ओ ओ
जब मिला तू रु तू ऋतु रु तू रु तू ओ ओ
जब मिला तू
ANVITA GUPTAN, Shekhar Hasmukh Ravjiani, SHEKHAR RAVJANI, VISHAL DADLANI
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