Lyrics
सच कहूँ तो होंठ जलते मेरे
चुप रहूँ तो साँस ही ना आए
मुश्क़िल है बहुत ही
अब छुपाना या बताना
ज़्यादा पास आना
है असल में दूर जाना
मेरे साथ मेरे
ज़ख़्म भी हैं दर्द भी हैं
जिनसे है बिगड़ता
जो भी चाहूँ मैं बनाना
मुझे नज़दीक़ियों से मेरी
ये दूरियाँ
ये दूरियाँ
ना शिकायत है तुझे
शिकायत ना मुझे
मगर दूरी है
क्या भला रोके हमें
बढ़े ना क्यूँ कदम
अगर दूरी है
पूछूँ तेरे बारे
चढ़ते दिन से शाम से भी
ना है चैन तेरी याद से भी नाम से भी
ऐसा क्यूँ हुआ है
यह पता है जानते हैं
तुझसे भी मुहब्बत
है मुहब्बत काम से भी
यूँही नज़दीक़ियों में रही
ये दूरियाँ
ये दूरियाँ
ये दूरियाँ
ये दूरियाँ
ओ ओ
ये दूरियाँ
IRSHAD KAMIL, PRITAM CHAKRABORTY
Sony/ATV Music Publishing LLC